सैसव जौवन दुहु मिलि गेल !
स्रवनक पथ दुहु लोचन लेल !१!
वचनक चातुरि लहु-लहु हास !
धरनिए चाँद कएल परगास !२!
मुकुर हाथ लए करए सिङ्गार !
सखि पूछए कैसे सुरत-बिहार !३!
निरजन उरज हेरइ कत बेरि !
बिहुसए अपन पयोधर हेरि !४!
पहिल बदरि सम पुनु नवरङ्ग !
दिने-दिने मदन अगोरल अङ्ग !५!
माधव देखल अपरुब बाला !
सैसव जौवन दुहु एक भेला !६!
विद्यापति कह तुहु अगेआनि !
दुहु एक जोग इह के कह सयानि !७!
स्रवनक पथ दुहु लोचन लेल !१!
वचनक चातुरि लहु-लहु हास !
धरनिए चाँद कएल परगास !२!
मुकुर हाथ लए करए सिङ्गार !
सखि पूछए कैसे सुरत-बिहार !३!
निरजन उरज हेरइ कत बेरि !
बिहुसए अपन पयोधर हेरि !४!
पहिल बदरि सम पुनु नवरङ्ग !
दिने-दिने मदन अगोरल अङ्ग !५!
माधव देखल अपरुब बाला !
सैसव जौवन दुहु एक भेला !६!
विद्यापति कह तुहु अगेआनि !
दुहु एक जोग इह के कह सयानि !७!
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